अप्रैल, 1987 से महिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान के सौजन्य से, ‘इडारा’ जोड़ा गया। यह जिला स्तरीय कार्यक्रम था। इसके अंतर्गत महिला सशक्तिकरण के नवीन आयाम-शिक्षा, विधि ज्ञान, स्वास्थ्य शिक्षा तथा अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों के निवारण के सघन प्रयास प्रारम्भ किये गये। समिति ने इस लोकप्रिय योजना का 13 वर्षो तक सफल संयोजन किया। समिति की इडारा समर्पित तीन संचालिकाओं का महिला विकास अभिकरण में परियोजना निर्देशक के रूप में चयन हुआ जो एक कीर्तिमान है।
“IDARA” (Information Development & Resource Agency) -
Through the auspices of Women and Child Development Department of Govt. of Rajasthan a new chapter of IDARA was added in April 1987 for the development of women. Under this chapter newer activities and efforts relating to women empowerment – including education, legal knowledge, health, education, elimination of social evils and superstitions were initiated. Vigyan Samiti successfully conducted this scheme on development of women for a period of 13 years. Vigyan Samiti’s IDARA dedicated three coordinators were selected as Project Directors Women Development Agency by Deptt. of Women and Child Development.
ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहीकरण प्रकोष्ठ -
महिला सशक्तिकरण की प्रासंगिकता एवं उपादेयता के अनुरूप समीपस्थ पिछड़े ग्रामीण अंचल में 115 स्वयं सहायता समूहों के गठन, मार्गदर्शन एवं संचालन द्वारा 1700 महिलाओं को विभिन्न बैंकों के माध्यम से आर्थिक सहयोग एवं ऋण दिलवाकर आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने एवं उनमें नेतृत्व भावना प्रस्फुटित कराने का सराहनीय कार्य किया गया।
SELF HELP GROUPS -
Considering women empowerment’s, relevance, usefulness and its use as an alternative tool. Vigyan Samiti made significant contribution by helping in formation, guidance and management of 115 Self Help Groups (SHGs) in nearby backward rural areas, thereby arranging economics help and soft loan through various banks to 1700 women members of SHGs which made them self dependent, economically strong and unfolding leadership skills.
नवाचार महिला प्रकोष्ठ -
सभी आयु वर्ग की शहरी महिलाओं के इस प्रकोष्ठ में नवीन ज्ञान के शिक्षण प्रशिक्षण द्वारा उनका मानसिक एवं कौशल विकास किया जाता है। विविध व्यंजन बनाना तथा खाद्य परिक्षण के प्रशिक्षण का आयोजन प्रतिमाह की 10 तारीख को किया जाता है।
NAVACHAR MAHILA PRAKOSTHA -
In this cell for urban women of all age group, the mental & enterprise skills of the women are developed by latest knowledge and guidance on 10th day of every month. Preparation of various food items and latest methods of food tasting are taught by technicians and demonstrations.
वरिष्ठ महिला प्रकोष्ठ -
60 वर्ष के ऊपर की महिलाओं के जीवन में उल्लास, उमंग, गतिशीलता, सकारात्मक सोच एवं सार्थक संवाद के संवर्धन हेतु 13 अक्टूबर 2010 को राष्ट्रीय महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष श्रीमती डॉ. गिरिजा व्यास के सान्निध्य में इस प्रकोष्ठ की स्थापना की गई। इस प्रकोष्ठ में शहर की 140 महिलाएं पंजीकृत है। प्रकोष्ठ की बैठक प्रत्येक माह 20 तारीख को आयोजित होती है।
VARISTHA MAHILA PRAKOSTHA -
In order to propagate joy, positive thinking and fruitful interlocution in retired and other women over 60 years of age, this forum was started on 13thOctober 2010 in presence of the then chairperson National Commission for Women of India Dr. Girija Vyas. In this forum 140 elderly ladies of city are registered as members. The meeting of this forum is regularly held on 20th day of every month.
ग्रामीण महिला चेतना षिविर -
विज्ञान समिति द्वारा ग्रामीण स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्याओं से निरंतर एवं नियमित संपर्क-संवाद तथा स्वरोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा के प्रति चेतना विकसित करने के लिए प्रतिमाह ग्रामीण महिला चेतना शिविर का आयोजन 30 तारीख को किया जाता है। शिविर में आगन्तुक महिलाओं के लिए निःशुल्क भोजन व्यवस्था के साथ वास्तविक यात्रा व्यय भी दिया जाता है। शिविर की अवधि सामान्यतः 4 घंटे होती है। जिसमें प्रार्थना, प्रेरक उद्बोधन, ज्ञानवर्धक जानकारी, मास की महत्त्वपूर्ण खबरें, हस्तशिल्प व गृहविज्ञान संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसके अंतर्गत महत्त्वपूर्ण स्थानों का भ्रमण भी शामिल है।
RURAL WOMEN AWARNESS PRAKOSTHA -
For self employment, healthcare and education awakening a monthly rural awarness camp is being organized at Vigyan Samiti Campus on 30th of every month for regular contact and communication with women of rural self help groups. An annual fee of Rs. 50/- only is collected. In this camp actual travel expenses and free meal is provided to the participants. The meeting generally lasts for four hour beginning with prayer followed by inspiring lectures, knowledgeable information, important news of month and imparting training related to handicrafts and home science. It also take care of visit to important heritage sites.
अभावग्रस्त महिला-सेवा प्रकोष्ठ -
ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की समाज से पीड़ित, घरेलू उत्पीड़न से प्रभावित, रोजगार एवं सरकारी सहायता के लिए पात्र महिलाओं को सलाह एवं सहयोग हेतु यह प्रकोष्ठ गठित किया गया है। प्रकोष्ठ की गतिविधि में अभावग्रस्त महिलाओं के पुत्र-पुत्रियों की शिक्षा-चिकित्सा में अवरोध, पारिवारिक एवं दाम्पत्य विवाद को सुलझाने में मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
NEEDY WOMEN-HELP PRAKOSTHA -
This cell was formed to provide guidance and cooperation to rural & rural & urban areas women suffering from societies, affected due to domestic torture, looking for employment & govt. assistance. Under the cell’s activities’ guidance to needy women for resolving obstacles in way of education/health and marital dispute of their children are solved.
महिला समृद्धि कोष -
इस कोष का गठन माननीय सदस्यों के सहयोग से किया गया है। ग्रामीण जरूरतमंद महिलाओं को स्वरोजगार के उन्नयन हेतु 5000/- रू. तक का ऋण दिया जाता है जो आसान किस्तों में पुनः कोष में जमा होता है।
WOMEN WELFARE FUND -
This fund was constituted with the cooperation of honorable members. A financial help up to Rs. 5000/- with nominal interest is provided to the needy women, inspiring self-employment, to be paid back to the fund in easy installments.